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मानव पाचन तंत्र (Humman Digestive system) क्या है । और कैसे कार्य करता है।

 







हैलो फ्रेंड्स आज के इस पोस्ट में मैं बताऊंगा की पाचन तंत्र क्या है । और यह कैसे कार्य करता है । और इसकी मानव शरीर में क्या भूमिका है । इन सभी के बारे में बताऊंगा  ।


Table of contents

पाचन तंत्र क्या है ।
यह कैसे कार्य करता है।
इसकी क्या भूमिका है । 
पाचन तंत्र में कौन कौन अंग शामिल है ।
मानव में पाचन कैसे होता है । 
मानव पाचन तंत्र का डायग्राम।


पाचन तंत्र क्या है।

पाचन तंत्र (digestive system) का अर्थ है की जो भोजन हम खाते है उन्हें पचाने के लिए जो क्रिया होती है या जो ऑर्गन खाना पचाने में मदत करता  है वो सब मिलकर एक तंत्र (system) बनाता है । जिसे पाचन तंत्र (digestive system) कहते है ।

पाचन तंत्र का मख्य काम भोजन को पचाने और उसमे से पोषक तत्वों को की निकालकर शरीर के सभी कोशिका तक पहुंचाना जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती हैं। और बाकी अवशेष पदार्थ शरीर से बाहर निकाल देता है ।  जिससे हमारा शरीर सुरक्षित रहता हैं। 

पाचन की क्रिया दो जगह होती है । एक आहरनाल में (Alimentary canal) और दूसरी पाचक ग्रंथि (digestive gland )

क्या है आहारनाल (Alimentary canal) जानें -

आहारनाल एक लंबी नली है जिसकी लंबाई 32 फीट यानी  9 मीटर तक होती है  । जो मुख गुहा से शुरू होते हुए आमाशय (stomach) से गुजरते हुए छोटी आंत और बरी आंत होकर गुदा (anus) तक खत्म होता है । इसी में भोजन का पाचन होता है । 


क्या है पाचक ग्रंथि (digestive gland) जानें ।

पाचन ग्रंथि का काम भी भोजन पचाने में ही होता है । इसमें बहुत सारे ग्रंथि होते है । जैसे लार ग्रंथि जो भोजन में मिलकर भोजन को पचाने में सहायता परदान करता है । 


आहारनाल में वो अंग जो भोजन को पचाने मे मदत करते है नीचे दिए गए है - 


मुख गुहा  (mouth cavity)

ग्रासनली ( oesophagus)

आमाशय ( stomach)

छोटी आंत  (small intestine)

बड़ी आंत ( large intestine)

गुदा (anus )



वो ग्रंथि जो पाचन ग्रंथि  में शामिल है नीचे दिए गए है -

लार ग्रंथि  oral cavity 

जठर ग्रंथि gastric gland

लीवर Liver

पिताशय Gall bladder

अग्नाशय pancreas





मुख गुहा (mouth/oral/buccal cavity)

जब हम भोजन करते है । तो दांत उस भोजन को तोड़कर , पीसकर उसे महीन कर देता है । और उसके साथ हमारे मुंह में मौजूद लार ग्रंथि उस भोजन में मिल जाता है । 
लार ग्रंथि तीन प्रकार के होते है 

1 .पैरोटिड
2. सबलीगुअल
3. सबमेडीबुलर 
इन तीनों ग्रंथि में चार तरह के एंजाइम होता हैं जो नीचे दिए गए है 

 लाइसोजाइम  - यह जीवानुनासक होता है । भोजन में मौजूद बैक्टीरिया सब को मार देता है।  

1. टाइलीन - स्टार्च का पाचन करता है ।

2. डाइस्टेज - यह भी स्टार्च का पाचन करता है । 

3. म्यूकस - यह भोजन को चिपचिपा बना देता है। 

लार का भोजन पचाने मे अहम रोल होता हैं। मानव में प्रतिदिन 1से 1.5 लीटर लार बनता है । 


ग्रासनली (oesophagus) - 

यह भोजन नली (food pype) होता है । यह 25cm लंबा होता है । भोजन को धकेलने के लिए इसमें क्रमानुकूचन होता है । जिससे भोजन धीरे धीरे सरकता हुआ आमाशय में जाता है । 


आमाशय (stomach) -  

ग्रासनली से होता हुआ भोजन आमाशय (stomac) में आता है । यहां यह चार घंटो तक रहता है । 
आमाशय को तीन भागों में बांट जाता है।  जो नीचे दिए गए हैं  - 

कार्डिएक - इसे कार्डिएक इस लिए कहा जाता है क्युकी यह ह्रदय के पास पाया जाता है।  कार्डिएक भाग में जैसे ही भोजन पहुंचता है इसमें से हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCL) निकलने लगता है । भोजन को टुकड़ों में तोड़ देता है  और यह जीवाणुओं को मार देता है। 

फुणडिक - यह काटेनुमा संरचना होती है जो भोजन को रोक कर रखती है।  

पाइलोरिक - इसमें ग्रंथि पाई जाती है जिसे जठर ग्रंथि कहते है जिसमे से जठर रस (gastric juice) निकलता है । 
जठर रस दो एंजाइमों से मिलकर बना होता हैं रेनीन और पेप्सिन । 
रेनीन दूध को दही में बदल देता है और पेप्सिन प्रोटीन को तोड़कर  पेप्टोन में बदल देता है । 




छोटी आंत (small intestine) - 

अब अधपचा भोजन छोटी आंत में आता हैं । छोटी आंत तीन भागों में बंटा होता है । 

डीओडिनम 
जेजुनम
इलियम 

लेकिन भोजन अभी भी अधपचा होता है । लेकिन सिर्फ  छोटी आंत उसे नही पचा सकता इसके लिए  अग्नाशय ग्रंथि (pancreas gland )से तीन तरह के एंजाइम निकलते है।  

1. लाइपेज - वासा (fat) का पाचन करता है। 
2. एमाइलेज - स्टार्च का पाचन करता है । 
3. ट्रिपसीन - यह पेप्टोन को पेप्टाइड में बदल देता हैं। 

अग्नाशय को पूर्ण पाचक एंजाइम भी कहते है । 

मगर फिर भी छोटी आंत इसे नही पचा सकता क्योंकि भोजन आमाशय में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मिलने के बाद वह अम्लीय हो जाता है । और छोटी आंत क्षारीय भोजन को पचाता  है । 
इसके लिए लीवर से  पित्त निकलता है जो पिताशय (gall bladder) में जमा रहता है । जो क्षारीय होता है । जिसका PH मान 8 होता है । 
साथ ही आंत में दो तरह के हार्मोन होते है । 

ओलेसिस्टोकाइनीन - यह भोजन आते ही यह हार्मोन निकलने लगता है जो पिताश्य को उत्तेजित कर देता है ताकि वह भोजन को क्षारीय कर सके । 

सिक्रेटिन  - यह हार्मोन अग्नाशय pancreas ki उत्तेजित कर देता है ताकि वह एंजाइम छोटी आंत में छोर सके। 

उसके बाद भोजन आंत के जेजुनम भाग से होते हुए इलियम में जाता है । जहां पर भोजन का पूर्ण पाचन और अवशोषण होता है ।  


बड़ी आंत (large intestine) - 

छोटी आंत के बाद भोजन बड़ी आंत में आता है जहां पर जल का अवशोषण होता है।  
इसे चार भागों में बांटा है । जो नीचे दिए गए हैं 

Ascending colon
Transverse colon
Descending colon
Sigmoid colon

उसके बाद भोजन मल का रूप ले लेती है उसके बाद यह रेक्टम rectum में जमा होता है और अंत में गुदा anus द्वारा शरीर से बाहर निकाल देता हैं 

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